कल्पनाशक्ती एवं रचनात्मकता बच्चो के नैसर्गिक गुण है. बच्चे क्रियाशील होते है. कोई भी वस्तू कैसे बनी है ये जानने की उत्सुकता बच्चो के मन मे शुरुआत से ही होती है. यदि बच्चो के हाथो को सृजनात्मक गतिविधि नही दी गई तो यही ऊर्जा नकारात्मक प्रकार से प्रकट होणे लागती है. इसीलिये गीता परिवार के शिविरो और वर्गो मे कला अर्थात आर्ट-क्राफ्ट की शिक्षा दी जाती है.