parallax background

बालभागवत

नैतिक जागृती का प्रयास
May 31, 2018
संस्कार महोत्सव
May 31, 2018
 

बालक ही राष्ट्र की सच्ची धरोहर हैं, अगर बाल्यावस्था से ही इन्हें सही आकार देने का प्रयास किया जाय तो बालकों का सम्पूर्ण जीवन सुन्दर बन सकता है | बाल्यावस्था में प्राप्त संस्कार बालक के सम्पूर्ण जीवन में मार्गदर्शक ठहरते हैं | हमें भी बचपन में सुनी कोई गीत या कहानी का आज भी स्मरण है और बाल्यावस्था की वह प्रेरणा ही हमें सत्कर्मों के साथ जोड़े हुए हैं | गत अनेक वर्षों से गीता परिवार के हजारों कार्यकर्ता बालकों में संस्कारों के बीजारोपण हेतु कठोर तप करते हुए ईश आराधना कर रहे हैं | संस्कारों के बीज घर-घर में रोपित हो इसलिए गीता परिवार के माध्यम से विभिन्न उपक्रम चलाये जा रहे हैं | इन्हीं उपक्रमों में एक और कड़ी जोड़ी गई जिसका नाम "बाल भागवत कथा" है | बाल भागवद, बाल रामायण आदि कथाओं का आयोजन बच्चों के लिए किया जाता है।

Learngeeta